मिस्र की सभ्यता - विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यता

मिस्र की सभ्यता - विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यता

  मिस्र की सभ्यता


दोस्तों आज हम आपको  अफ्रीका महाद्वीप के नील नदी की घाटी में विकसित मिश्र की प्राचीन सभ्यता के बारे में बताने वाले हैं|

  मिस्र कहां स्थित  है

दोस्तों अफ्रीका महाद्वीप के उत्तर पूर्व में नील नदी की घाटी में मिस्र देश स्थित है |  दोस्तों मिश्र के पश्चिम में घने जंगल है पूर्व में लाल सागर तथा सिनाई का मरुस्थल है दक्षिण में सहारा का मरुस्थल और उत्तर में भूमध्य सागर है |

 मिस्र की सभ्यता में नील नदी का योगदान


 दोस्तों नील नदी ने मिस्र की सभ्यता को सिंचाई के लिए उपयुक्त जल भंडार उपजाऊ भूमि तथा साथ ही परिवहन के साधन भी प्रदान किए। और दोस्तों यही कारण है कि बहुत से विद्वानों और इतिहासकारों ने मिस्र की सभ्यता और नील नदी के बारे में बहुत कुछ कहा है।

किसी ने मिस्र को नील नदी का वरदान कहा तो किसी ने मिस्र को नील नदी की पुत्री  कहां हैं और दोस्तों इसीलिए इतिहास में मिस्र की सभ्यता को नील नदी की देन  कहां गया है


 मिस्र की सभ्यता की खोज किसने की?


दोस्तों यदि आप इतिहास पढ़ने के शौकीन होंगे तो आपने नेपोलियन बोनापार्ट का नाम तो जरूर सुना होगा। नेपोलियन बोनापार्ट ने 1798 ईस्वी में  नील नदी के  किनारे  रोजीटा नामक स्थान पर एक पत्थर का शिलालेख प्राप्त किया। इस शिलालेख को आज भी पेरिस के संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया है।
 और दोस्तों फिर बाद में सन 1922 में Howard Carter ने मिश्री सम्राट तूतनखामेन के पिरामिड के एक गुप्त द्वार की खोज की और इसके बाद मिस्र की प्राचीन सभ्यता और संस्कृति पूरे विश्व के सामने आ गई।

 प्राचीन मिस्र  का  राजनीतिक जीवन


  • मिस्र के सम्राट को फराओ या फ्राउन कहते थे और वही राज्य का सर्वोच्च न्यायाधीश सर्वोच्च सेनापति और सर्वोच्च अधिकारी होता है वहां निरंकुश  होता था और अपने आप को सूर्य पुत्र समझता था।
  • निरंकुश का अर्थ यह होता है कि उसके ऊपर कोई भी अंकुश ना लगेगा और उसका जो निर्णय होगा वही सर्वोपरि होगा।
  •   दोस्तों जिस प्रकार भारत में विभिन्न कार्य को करने के लिए विभिन्न विभागों के अलग-अलग मंत्री होते हैं उसी प्रकार वहां भी सम्राट की सहायता के लिए  बहुत से मंत्री होते थे जिस में सबसे ऊंचा स्थान वजीर अर्थात प्रधानमंत्री का होता था।


प्राचीन मिस्र के लोगों का सामाजिक जीवन


 दोस्तों मिश्र का समाज तीन वर्गों में बांटा था।

  1.  उच्च वर्ग   

इस वर्ग में  सम्राट दरबारी अमीर और उच्च पदाधिकारी आदि लोग सम्मिलित  है इनका जीवन सुख से परिपूर्ण था
  1.  मध्यम वर्ग  
इससम्र वर्ग में शिल्पकार व्यापारी बुद्धिजीवी और लिपिक आते थे लिपिक का अर्थ होता है सरकारी नौकर यह लोग बहुत ही परिश्रम करते थे और समाज में इन्हें बहुत सम्मान भी प्राप्त था

  1.  निम्न वर्ग 
इस वर्ग में किसान मजदूर  वह दास आते थे इन लोगों की दशा बहुत ही सोचनीय होती थी और इन लोगों ने ही बड़े-बड़े पिरामिड को बनाया था

 मिस्र के समाज में स्त्रियों की दशा


मिस्र के समाज में स्त्रियों को बहुत सम्मान प्राप्त था इन्हें पुरुषों के सामान बहुत से अधिकार प्राप्त था।
विश्व की पहली महिला सम्राज्ञी हेतशेप्सुत थी।

 प्राचीन मिस्र का आर्थिक जीवन 

  • प्राचीन मिस्र के लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि था।
  •  मिस्र के लोग गाय बकरी घोड़ा कुत्ता आदि जानवरों को पाल कर भी अपनी  आजीविका चलाते थे।
  • मिस्र के लोग उद्योग धंधे वाणिज्य और व्यापार में भी बहुत  कुशल थे। मिस्र के लोगों को भवन बनाने आभूषण बनाने कपड़ा बुनने जैसी आदि कलाओं का भी ज्ञान था। तूतनखामेन की समाधि में मिले असंख्य वस्तुएं मिस्र की सभ्यता के उद्योग धंधे पर प्रकाश डालती हैं।


 प्राचीन मिस्र  के लोगों का धार्मिक जीवन

  •  प्राचीन मिस्र के लोग बहुतदेववादी विचारधारा में विश्वास रखते थे
  •  दोस्तों बहूदेववादी का अर्थ होता है विभिन्न देवताओं पर विश्वास रखना जिस प्रकार हमारे यहां कृष्ण भगवान राम भगवान सीता मैया आदि नाम  के बारे में बताया जाता है उसी प्रकार वहां भी विभिन्न प्रकार के देवी देवता होते थे।
  •   प्राचीन मिस्र में सूर्य के देवता को एटन आकाश के देवता  को नूत और चंद्रमा को सिन कहा जाता था।

 प्राचीन मिस्र के लोगों का बुद्धि कौशल


  1.  कुछ विद्वानों के अनुसार इतिहास में लेखन कला का प्रारंभ मिस्र में ही हुआ।
  2. विश्व में सर्व प्रथम शिक्षा का विकास में मिस्र में हुआ।
  3. मिस्र के लोगों  को स्थापत्य कला का विशेष ज्ञान था ।मिस्र के लोगों  द्वारा निर्मित पिरामिड सुरंगे  जैसे आदि कलात्मक कारीगिरी आज के वैज्ञानिकों के लिए भी बहुत ही आश्चर्य का विषय है मिस्र के लोगों द्वारा निर्मित पढ़ाओ की 80 से 90 फीट ऊंची पत्थर की मूर्तियां देखकर आज भी लोग दंग रह जाते हैं कि आखिर मिस्र के लोगों ने इतनी बड़ी मूर्ति किस प्रकार बनाई।
  4. मिस्र के लोगों द्वारा बनाई गई चित्र  अपनी कलात्मकता तथा सजीवता के लिए संपूर्ण विश्व में प्रसिद्ध है।
  5. मिस्र के लोक संगीत और नृत्य कला में भी बहुत ही कुशल हैं।झांझ, बिगुल और हार्प  उनके प्रमुख वाद यंत्र थे।
  6. अंक गणित के क्षेत्र में मिस्र के लोगों ने दशमलव प्रणाली के अविष्कार के साथ-साथ गुणा और भाग की विधि भी खोज ली थी।

 प्राचीन मिस्र सभ्यता की विश्व को देन


  •  दोस्तों आपने हिंदी के वर्णमाला के बारे में तो जरूर सुना होगा लेकिन दोस्तों  मिस्र के लोगों ने ही संसार में सबसे पहले वर्णमाला तैयार की और कागज स्याही तथा कलम का आविष्कार किया
  •  मिस्र के लोगों ने ही सबसे पहले एक संगठित सरकार की नींव डाली
  •  मिस्र के लोगों के द्वारा भवन निर्माण कला आज के  इंजीनियरों के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत है

 दोस्तों इस प्रकार मिश्र की सभ्यता ने हमें बहुत कुछ सिखाया। लेकिन दोस्तों जिस प्रकार सूरज का उदय  होने के बाद अस्त होता है  उसी प्रकार मिस्र की सभ्यता का भी अंत आ गया।

 मिस्र की सभ्यता का अंत

 दोस्तो सबसे पहले यूनान के सिकंदर महान ने  मिस्र  पर अधिकार कर लिया और बाद में मिस्र रोम के अधीन हो गया और धीरे-धीरे मिस्र के महान सभ्यता का अंत हो गया।

  दोस्तों उम्मीद करते हैं कि आपने हमारे इस पोस्ट से मिस्र की सभ्यता के बारे में बहुत कुछ जाना होगा।
दोस्तों आपको यहां पोस्ट कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद!

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